जिले के कोने कोने में फैले विदेश भेजने वाले कबूतरबाज (एजेंट) ने इसरायल को सऊदी अरब भेजा था. इसरायल जबसे सऊदी अरब कमाने गया तभी से उसके परिवार से कोई सम्पर्क नहीं था.बैचेन परिवार वाले एसपी से गुहार लगाते थे और आज एसपी की तत्परता से इसरायल को घर वापस लाया गया है.
महराजगंज: जिला मुख्यालय से लेकर जिले के कोने कोने में एजेंटो ने अपना जाल फैलाया हुआ है. वहीँ फर्जी टूर ट्रेवल्स और कथित एजेंट रोजगार की तलाश करने वाले लोगों को ठगते है. अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं कि रोजगार की तलाश में लोग विदेश जाने के लिए एजेंट से मिलते हैं और वह एजेंट बड़ी बड़ी बातें करके बड़े कम्पनी में बड़ा रोजगार दिलाने का ख्वाब दिखाकर ऐसे जगह भेज देते हैं जहां लोग ऐसे काम करने लगते हैं जो जीवन में कभी न किए हो. कई बार ऐसे भी मामले सुनने को मिलती है कि विदेशों में लोग जहां रोजगर के लिए पहुंचते हैं वहाँ उनके साथ तमाम यातनाएं दी जाती हैं और उन्हें उनके परिवार वालो के सम्पर्क से भी दूर कर दिया जाता है. ऐसा ही एक मामला महराजगंज का है जिसे सात वर्ष तक अपने ही परिवारवालों से बात तक नहीं करने दिया गया था जिसे एसपी डॉ कौस्तुभ के पहल से रेस्क्यू किया गया है.
महराजगंज सदर थाना क्षेत्र के ग्राम बेइलिया के रहने वाले इसरायल सात वर्ष पहले रोजगार के लिए सऊदी अरब गए थे जहाँ उन्हें उनके परिवार से भी हर माध्यम से दूर कर दिया गया था. उनके पास फोन या अन्य किसी माध्यम से बात नहीं करने दिया जाता था जिससे हैरान परेशान इसरायल का परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा था. महराजगंज पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ के निर्देशन और उनकी पहल पर इसरायल को सात साल बाद सऊदी अरब से भारत लाया गया वह भी सरकारी खर्चों से, इसरायल का परिवार और उनके गांव के लोग पुलिस के इस कार्य से बहुत गदगद नजर आए.
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अब बड़ा सवाल यह भी बनता है कि हर चौक चौराहे पर खुले ये टूर & ट्रैवेल एजेंसी या कथित एजेंट किसकी सह पर चल रहे हैं इनकी जांच कब की जाती है और फर्जी मिलने पर क्या कार्यवाही जाती है?