उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के सिसवा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धीरू सिंह के आवास पर दुनिया की सबसे छोटी मानी जाने वाली नैनो गाय ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। यह नैनो गाय, जो पुनगनूर नस्ल की गाय से भी छोटी है, पशु प्रेमी धीरू सिंह द्वारा पाली जा रही है और पूरे जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है।
धीरू सिंह का कहना है कि उन्हें बचपन से ही पशुओं के प्रति विशेष लगाव रहा है, और उनके परिवार में उनके पूर्वजों के समय से ही पशुओं की सेवा और देखभाल की परंपरा चली आ रही है। उनका मानना है कि मनुष्यों को सेवा भाव से हमेशा जुड़ा रहना चाहिए, और पशुओं की सेवा से मन को संतोष और तृप्ति मिलती है। उनकी इस नैनो गाय के आगमन ने महराजगंज में उत्सुकता का माहौल बना दिया है, और लोग इसे देखने के लिए रोजाना उनके आवास पर पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि नैनो गाय अपने छोटे आकार और विशिष्टता के कारण लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। धीरू सिंह बताते हैं कि यह गाय सिर्फ एक पशु नहीं, बल्कि उनके लिए आस्था और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “पशु सेवा से मुझे संतोष मिलता है और यह हमारी पारिवारिक परंपरा भी है। हमारे पूर्वजों के समय से ही पशु-सेवा को एक अहम हिस्सा माना गया है, और यह गाय इसी परंपरा का एक हिस्सा है।”
प्रतिदिन इस नैनो गाय को देखने के लिए स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि दूर-दूर से भी लोग पहुंच रहे हैं। कई लोग इसे एक चमत्कार मानते हैं तो कुछ इसे भारतीय पशु परंपरा का अनूठा उदाहरण। धीरू सिंह का कहना है कि इस गाय को पालने के पीछे उनका उद्देश्य पशुओं के प्रति लोगों के प्रेम को बढ़ावा देना और सेवा भाव को सजीव रखना है।
इस गाय के आगमन से महराजगंज जिले में खासा उत्साह देखा जा रहा है, और यह नैनो गाय अब जिले की एक नई पहचान बन चुकी है।