बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा समय-समय पर कई योजनायें चलाई जाती हैं। जिसके माध्यम से बेटियों को सुरक्षा के साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। केंद्र सरकार ने 2015 में देश कि बेटियों के लिए बेटी बचाओ , बेटी पढाओं योजना शुरू किया था। जिसका उद्देश्य देश की बेटियों को बचाना और उच्च शिक्षा के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना है। केंद्र सरकार की बेटी बचाओ , बेटी पढाओं योजना वर्तमान में चालू है और इसी योजना की कड़ी में बाल्यावस्था से ही बेटियों के विकास में आर्थिक कारण को दूर करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गई।
सुकन्या समृद्धि योजना के बारे मे
Sukanya Samriddhi Yojana 2024 : इस योजना की शुरुआत 2 दिसंबर 2014 को की गई। यह देश के 10 साल से कम उम्र के बेटियों के लिए केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना मे अभिभावक अपने बेटियों उच्च शिक्षा और शादी के लिए किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस मे एक खाता खोल सकते हैं और उसके खाते मे सालाना न्यूनतम रूपये 250 से 1,50,000 तक जमा कर सकते हैं।
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सुकन्या समृद्धि योजना के लिए योग्यता
- इस योजना के अंतर्गत सिर्फ लड़कियों के लिए खाता खुलवाया जा सकता।
- खाता उसी बालिका का खुलेगा जिसकी उम्र 10 वर्ष से कम होगी।
- एक बालिका के नाम से एक ही खाता खुलेगा।
- खाता किसी भी बैंक य पोस्ट ऑफिस मे खोला जा सकता है।
- एक परिवार से सिर्फ दो बालिकाओं का ख़ाता खोला जा सकता है।
- यदि किसी के परिवार मे एक बालिका के बाद जुड़वा बच्ची का जन्मदिन होता तब भी खाता खोला जा सकता है।
- एक ही बार मे तीन बालिकाओं के जन्मदिन पर तीन खाता खोला जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना की धनराशि
- इसमें सालाना न्यूनतम 250 रूपये जमा कर सकते हैं और अधिकतम 1.5 लाख जमा कर सकते हैं।
- खाता खोलने कि तिथि से 15 वर्ष तक कम से कम धनराशि जमा करना होगा।
- यदि कोई बालिका के लिए खोले गए खाते मे न्यूनतम वार्षिक राशि रूपये 250 भी जमा नहीं कर पाता है, तो जब से खाता खोला गया है तब से 15 साल पूरा होने के भीतर रूपये 250+50 (जुर्माना) जमा करके खाते को पुनः चालू करवा सकता है।
- यदि लड़की 18 वर्ष की आयु पूरा कर लेती है, तो आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए खाते मे जमा कुल धनराशि मे से 50% तक निकाला जा सकता है।
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सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य
- लड़कियों के कल्याण को प्रोत्साहन देना
- लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना
सुकन्या समृद्धि योजना की मैच्योरिटी
- यह योजना बालिका के 21 वर्ष या 18 वर्ष के बाद उसके शादी होने तक की है।
- बालिका के 10 वर्ष के भीतर ज़ब खाता खोला जाएगा तब से 15 वर्ष तक खाते मे कम से कम धनराशि जमा करके ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर – यदि सुकन्या समृद्धि योजना मे किसी बालिका का खाता 9 साल की उम्र मे खुलता है, तो उस बालिका के 24 साल के होने के बाद खाते की मैच्योरिटी पूरी होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य
- लड़कियों के कल्याण को प्रोत्साहन देना
- लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना
सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म भरने के लिए दस्तावेज
- बालिका के जन्मदिन प्रमाण पत्र का डिटेल
- माता, पिता य अभिभवक का पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी)
SSY का आवेदन प्रक्रिया
- सुकन्या समृद्धि योजना के आवेदन प्रक्रिया पुर्णतः ऑफलाइन है। यदि आप अपने घर के किसी बालिका का खाता सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोलना चाहते हैं , तो नजदीकी के बैंक या डाकघर से खोल सकते हैं। खाता खोलने के लिए निम्नलिखित चरण को अपनाएँ –
- जिस भी बैंक या डाकघर में खाता खोलना चाहता वहां से संपर्क करें।
- बैंक या डाकघर के द्वारा मांगी गई आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- पहली वार्षिक धनराशि जमा करें (न्यूनतम 250 रूपये एवं अधिकतम 1.5 लाख रूपये)
- SSY खोलने की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद खाता सक्रीय करके एक पासबुक प्रदान किया जाएगा।