Gorakhpur news : गोरखपुर जनपद के पिपराइच क्षेत्र निवासी विनोद कुमार गौंड ने अन्तःकरण से आवाज आई और उसी आधार पर विनोद ने गोरखपुर के मण्डल आयुक्त (कमिश्नर) को पत्र लिखकर खुद के लिए भारत रत्न की मांग की थी। वहीँ विनोद के द्वारा कमिश्नर को लिखा गया पत्र खूब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
पत्र लिखने वाले शख्स ने खुद का नाम विनोद कुमार गौंड बताया है। पत्र के मुताबिक गोरखपुर के सदर तहसील के थाना पिपराइच के ग्रामसभा महाराजी का रहने वाला है। बीते माह 30 सितम्बर 2023 को विनोद ध्यान साधना में मग्न था उसी दौरान अंतःकरण से भारत रत्न पाने की आवाज उठी कि “भारत रत्न चाहिए-भारत रत्न चाहिए”।
और फिर विनोद ने खुद को योग्य बताते हुए जनपद के ब्लाक स्तर से लेकर कमिश्नर कार्यालय तक भारत रत्न कि चाह में पत्र प्रेषित कर दिया।
मेरी अन्तःकरण की मनोकामना पूर्ण की जाए
विनोद ने पत्र लिखते हुए निवेदन किया है कि मेरे अंतःकरण की मनोकामना पूर्ण की जाए और मुझे भारत रत्न से सम्मानित किया जाए इसके लिए विनोद है जिला कमिश्नर और जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित किया उसके बाद विनोद आप संसद और विधायक से भी अपने अंतर कारण की मनोकामना को पूर्ण करने के लिए गुहार लगा रहा है।
विभाग की लापरवाही
हैरानी की बात है कि इतने इतने गंभीर मांग को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया निम्न स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के अधिकारी एक दूसरे को विनोद के द्वारा लिखे गए लेटर को फॉरवर्ड करते रहे।
Vinod’s Exclusive Interview
Uptv Samachar के संवाददाता विकास तिवारी जी ने जब विनोद का Exclusive Interview लिया तो उन्होंने ने बताया कि “31 सितम्बर 2023 को ध्यान-साधना के दौरान मेरे अन्तःकरण से आवाज आई कि मुझे भारत मिलना चाहिए।” बातों ही बातो में उनके अन्तःकरण पुनः एक आवाज आई कि जनजाति प्रमाण पत्र भी उनको मिलना चाहिए।
विनोद के पास निम्न के आए फ़ोन
विनोद ने Uptv Samachar को बताया कि “मुझे डीएम कार्यालाय, कमिश्नर कार्यालय, लेखपाल, राष्ट्रपति भवन और गृह मंत्रालय से फ़ोन आए।”
विनोंद भारत रत्न के लिए योग/अयोग्य
पहले तो विनोद के मांग पर विचार किया गया बाद में उसे भारत रत्न के लिए अयोग्य बताया गया।