Report : Arun kumar
By : UptvDesk
महराजगंज : जिला सयुंक्त अस्पताल में बीते 4 दिन पूर्व शनिवार आई0सी0टी0सी0 विभाग में ब्लड जाँच कराने के दौरान एक तीमारदार ने उक्त विभाग के स्टाफ़ पर अवैध धनउगाही करने व विरोध करने पर अभद्रतापूर्ण बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने सदर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है।
दरअअसल 4 दिन पूर्व बीते शनिवार को महराजगंज नगरपालिका परिषद के वार्ड संख्या 18 निवासी उमाशंकर गुप्ता पुत्र खजांची गुप्ता ने जिला महिला अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक से अपनी पत्नी संध्या देवी व भाभी सुमिरन का परामर्श कराया। परामर्श के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक ने सरकारी पर्ची पर कुछ जांच लिखे और जिला संयुक्त अस्पताल के कमरा नंबर 33 आई0सी0टी0सी0 लैब में कराने को कहा।
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पीड़ित तीमारदार उमाशंकर ने आई0सी0टी0सी0 लैब में कार्यरत क्रांति कुमार गौतम व अन्य कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त विभाग में जांच के नाम पर प्रति मरीजों से 150 रुपए मांगे जा रहे थे, इस दौरान पीड़ित तीमारदार के दो मरीजों की पर्ची देख 150 – 150 रुपये कुल 300 रुपये जाँच किट के नाम पर मांगे गए। ऐसे में पीड़ित तीमारदार उमाशंकर ने सरकारी अस्पताल में अवैध ढंग से धनउगाही पर आवाज़ उठाया तो आरोप है कि उक्त विभाग में एल0टी0 के पद पर तैनात क्रांति कुमार गौतम व विभाग के 4 से 5 अन्य कर्मचारीगण गोलबन्द होकर पीड़ित उमाशंकर पर अपने अपशब्दों का बौछार करते हुए अभद्रतापूर्ण बदसलूकी करने लगे।
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वही पीड़ित ने आगे बताया कि जब अवैध धनउगाही पर आवाज उठाया तभी पीछे लाइन में लगे अन्य तीमारदारों व मरीजो ने भी विरोध किया जिसपर आरोप है कि क्रांति व अन्य स्टाफों के द्वारा उन सभी को डांटते – फटकारते हुए चुप करा दिया गया।
अपनी पत्नी संध्या व भाभी सुमिरन के सामने खुद के साथ बदसलूकी होता देख उमाशंकर ने क्षुब्द होकर सिलसिलेवार तरीके से न्याय की मांग करते हुए प्रथमदृष्टया मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एपी0 भार्गव को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के टेबल पर प्रार्थना पत्र देने के पश्चात कार्यवाई न होता देख पीड़ित तीमारदार ने आई0जी0आर0एस कर शिकायत दर्ज कराई साथ ही सदर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की।
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वही पीड़ित तीमारदार ने बताया कि सदर कोतवाली में प्रार्थना पत्र देने के बाद बीते दिन मंगलवार को बुलाया गया था जहाँ विपरीत पक्ष क्रांति कुमार गौतम की तरफ़ से करीब 1 दर्जन से अधिक नेतागण कोतवाली में मौजूद थे। पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि विपरीत पक्ष के 1 दर्जन से अधिक नेतागण के द्वारा सुलह करने का दवाब बनाया जा रहा था साथ ही तरह तरह की फ़ोन पर धमकियां भी मिल रही है।
वही पीड़ित का कहना है कि यदि सदर कोतवाली से न्याय नही मिलता है तो सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के जनता दरबार का दरवाजा खट – खटाऊंगा।
वही इस मामले में द्वितीय पक्ष क्रांति कुमार गौतम से जब फ़ोन पर मामले की जानकारी ली गई तो क्रांति ने बताया कि उमाशंकर के मरीज़ो का जाँच करने के दौरान जांच किट समाप्त हो गया था। जाँच किट का इंतेजाम कर जाँच किया गया जिसके बावजूद उक्त उमाशंकर के द्वारा अस्पताल कैम्प्स में 3 – 4 लोगो के साथ मिलकर अभद्रता की गई। उमाशंकर के द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार है।
वही सूत्र यह भी बताते है कि आई0सी0टी0सी0 लैब में एल0टी0 पद पर कार्यरत क्रांति कुमार गौतम के द्वारा आए दिन जाँच कराने आए गरीब मरीजों से जाँच किट खरीदने के नाम पर अवैध धनउगाही की जाती है साथ ही धनउगाही का विरोध करने पर क्रांति कुमार गौतम के द्वारा गरीब मरीजों को टालमटोल करते हुए कई दिनों तक लैब का चक्कर लगवाया जाता है।