भ्रष्टाचार पर वार “Uptv समाचार” 

कागजों में पशुशेड बनवाकर लुटे लाखों, धरातल पर हवाहवाई

“Uptv समाचार” के ग्राउंड कवरेज़ से भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों की खुली पोल

Uptv समाचार की ग्राउंड कवरेज देख जनपद के उच्चाधिकारियों ने धरातल पर कराई जाँच, अनियमितता मिलने पर दर्ज कराया मुकदमा.

महराजगंज : बीते माह 6 सिंतबर को सिसवा विकासखण्ड के ग्रामसभा पकड़ी चौबे के हरिहर पुत्र किशुन, कैमरून व दर्जनों ग्रामीणों ने तत्कालीन जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार झा को लिखित शिकायत पत्र देकर वर्ष 2019 – 20 , 2020 – 21 में पशु सेड के नाम पर हुए लाखों रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जाँच की मांग की थी

पकड़ी चौबे के भ्रष्टाचार की कहानी सुनिए लाभार्थियों की ज़ुबानी ( Ground Coverage On Uptv )

ऐसे में ग्रामीणों ने पूर्वांचल के भरोसेमंद न्यूज़ चैनल “Uptv समाचार” पर अपने ग्राम सभा में हुए भ्रष्टाचार की खबर कवरेज करने का आवाहन किया. ग्रामीणों के हक़ की लड़ाई के लिए “Uptv समाचार” की महराजगंज टीम ने सिसवा विकासखंड के ग्राम सभा पकड़ी चौबे में हुए पशु शेड के नाम पर लाखों के भ्रष्टाचार की ग्राउंड कवरेज बीते माह 22 सिंतबर को किया. “Uptv समाचार” के ग्राउंड कवरेज देख भ्रष्टाचारियों के हाथ पांव फूलने लगे साथ ही जनपद स्तर के अधिकारियों ने “Uptv समाचार” की ग्राउंड कवरेज देख जांच टीम गठित की साथ ही धरातल पर जांच अधिकारियों को भेजते हुए स्थलीय निरीक्षण कराया.

स्थलीय निरीक्षण में जांच अधिकारियों ने लाखों रुपए सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में पूर्व ग्राम प्रधान रामानंद यादव, रोजगार सेविका शशिकला चौधरी, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी शशिकांत पांडे ( वर्तमान में धानी विकासखंड में तैनात ) , तत्कालीन तकनीकी सहायक कमलजीत सिंह के विरुद्ध कोठीभार थाने में सरकारी धन के बंदरबांट करने पर 19 अक्टूबर यानी कि आज मुकदमा दर्ज किया गया.

वही वर्तमान जिलाधिकारी अनुनय झा के निर्देश पर तत्कालीन ग्रामविकास अधिकारी व वर्तमान में धानी विकासखंड में तैनात शशिकांत पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.

पूर्व ग्राम प्रधान रामानंद यादव, रोजगार सेविका शशिकला चौधरी व भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज होते ही सिसवा विकासखंड के पकड़ी चौबे के ग्रामीणों में न्याय की उम्मीद जगी. वही ग्रामीणों ने “Uptv समाचार” की ग्राउंड कवरेज साथ ही “Uptv” टीम की सराहना करते नहीं थक रहे.

इस तरह “Uptv समाचार” लगातार पूर्वांचल के गांव – गिराव के आम जनमानस के हक की आवाज बनता जा रहा है.

जाँच अधिकारियों के स्थलीय निरीक्षण पर भ्रष्टाचारियों की खुली पोल, कागजों में पशुशेड , धरातल पर हवाहवाई

सत्र 2019 – 20 व 2020 -21 में अधिकारियों की मदद से पुर्व ग्रामप्रधान ने भ्रष्टाचार की खड़ी की इमारत

जाँच अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किये गए जाँच पत्र के मुताबिक समझिए पकड़ी चौबे में हुए लाखो के भ्रष्टाचार क्रम वार.

01. भोला पुत्र वंशी का पशुशेड निर्माण आई0डी0 नं0 3152005022/IF/ 95848625582308607 वर्ष 2019 – 20 में कराया गया है, स्थलीय निरीक्षण में पशुशेड का धरातल पर निर्माण हुआ है तथा मौके पर पशु भी मौजूद है किंतु स्वीकृत धनराशि 0.63 लाख ( 63 हजार ) के सापेक्ष अधिक धनराशि का भुगतान कर अनियमितता पाई गई.

02. राधेश्याम पुत्र वंशराज का पशु शेड निर्माण आईडी नंबर 31 52005022 /IF/ 9584 86 25 58 23 08606 वर्ष 2019-20 में स्वीकृत धनराशि 0.63 लाख ( 63 हजार ) के सापेक्ष 0.52 लाख ( 52 हजार ) का गलत भुगतान हुआ है जो वित्तीय अनियमितता है.

03. संत पुत्र मूसई का पशु शेड निर्माण आईडी नंबर 31 520 0 50 2 /IF/ 9584 86 2558 23086 611 वर्ष 2019-20 में स्वीकृत हुआ था, स्थलीय निरीक्षण के समय पशु शेड का निर्माण नहीं पाया गया, साथ ही स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) के सापेक्ष 0.12 लाख ( 2 हजार ) का गलत भुगतान हुआ है जो वित्तीय अनियमितता है.

04. विश्वनाथ पुत्र शिवमंगल का पशू सेड निर्माण आईडी नंबर 31 520 050 22 /IF/ 958486 255823 369602 वर्ष 2020-21 में कराया गया है. निरीक्षण के समय पशु सेड का निर्माण आंशिक रूप से हुआ है. स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) के सापेक्ष 0.15 लाख ( 15 हजार ) का भुगतान हुआ है. जो वित्तीय अनियमितता है.

05. चंद्रावती पत्नी लल्लन का पशु सेड निर्माण आईडी नंबर 31 520050 22 /IF/ 9584 8625 58 23 36 9620 वर्ष 2020-21 में कराया गया है. निरीक्षण के समय पशु सेड बना हुआ पाया गया लेकिन स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) की सापेक्ष कोई भुगतान नहीं हुआ है.

06. हरिहर पुत्र किशुन का पशु सेड निर्माण आईडी नंबर 31 520 050 22 /IF/ 958486 2558 23 36 96 12 वर्ष 2020-21 में कराया गया है. निरीक्षण के समय पशु सेड निर्माण हुआ पाया गया लेकिन वही लाभार्थी द्वारा जाँच अधिकारियों को बताया गया कि लाभार्थी स्वयं अपनी धनराशि से पशु सेड का निर्माण कराए है.
उक्त लाभार्थी के नाम पर कागजों में स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) के सापेक्ष 0.74 लाख ( 74 हजार ) का भुगतान किया गया है जिससे स्पष्ट हो रहा है कि स्वीकृत धनराशि का भुगतान हुआ है जो वित्तीय अनियमितता है.

07. बच्ची देवी पत्नी पट्टू का पशु सेड निर्माण आईडी नंबर 31 5200 50 22 /IF/ 958486 2558 23 36 9609 वर्ष 2020-21 में कराया गया है निरीक्षण के समय पशु सेड का निर्माण होना पाया गया स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) के सापेक्ष 0.12 लाख ( 12 हजार ) का भुगतान हुआ है जो की स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष बहुत कम है.

08. कमरून पुत्र नसरुद्दीन का पशु सेड निर्माण आईडी नंबर 31 5200 50 22 /IF/ 9584 8625 5823 376004 वर्ष 2020 – 21 में स्वीकृत हुआ है लेकिन निरीक्षण के समय पशु सेड का निर्माण नहीं पाया गया जिसकी स्वीकृत धनराशि 0.73 लाख ( 73 हजार ) के सापेक्ष 0.62 लाख ( 62 हजार ) का गलत भुगतान हुआ है जो की वित्तीय अनियमितता है.

जाँच के दौरान स्थलीय निरीक्षण में आठ ग्रामीणों के नाम पर भ्रष्टाचार की खुली कलई

पूर्व ग्रामप्रधान रामानंद यादव द्वारा ग्रामीणों के हक़ पर डाका डालने का प्रमाण

भोला पुत्र वंशी 65 हजार, राधेश्याम पुत्र वंशराज 52 हजार, संत पुत्र मूसई 12 हजार, विश्वनाथ पुत्र शिवमंगल 15 हजार, हरिहर पुत्र किशुन 74 हजार, कमरुन पुत्र नसरुद्दीन 62 हजार.

अतः इन सभी सरकारी धनराशि का योग करने पर करीब 28,00,00 ( दो लाख अस्सी हजार रुपये ) सरकारी धनराशि का बंदरबाट करने वाले तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी शशिकांत पांडेय, तकनीकी सहायक कमलजीत सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान रामानंद यादव व ग्राम रोजगार सेविका शशिकला चौधरी के विरुद्ध कोठीभार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.

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