2013 बैच के आईएएस डॉ सतेंद्र कुमार महराजगंज में तत्कालीन डीएम उज्ज्वल कुमार के स्थानांतरण पश्चात ही इन्होंने महराजगंज जिले की जिम्मेदारी थामी लेकिन औरों के मुकाबले इन्होंने वो कर दिखाया जो आजतक किसी ने सोचा भी नहीं था.
प्रदेश में प्रथम स्थान-
महराजगंज: प्रदेश स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर उत्तर प्रदेश डैसबोर्ड रैंकिग की जाती है। इसमें संस्थागत प्रसव गर्भावास्था के दौरान होने वाली जांच आपरेशन टीका एचआइवी जांच क्षय रोगी चिन्हीकरण सहित 14 बिदुओं पर प्रदेश स्तरीय मानीटिरिग कमेटी द्वारा समीक्षा की जाती है
बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में महराजगंज जिले को प्रदेश में पहला स्थान मिला है।
ये भी पढ़ें- महराजगंज: Google ने दिया फ्राड का नंबर, उसने पलक झपकते उड़ाए 6 लाख से ज्यादा रुपए
प्रदेश में आठवां स्थान-
शासन के विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में बेहतर प्रदर्शन करते हुए जिले ने मई 2022 में प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त किया है। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि जिले ने 49 कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में 46 में ए श्रेणी, एक में बी श्रेणी तथा दो कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में डी श्रेणी प्राप्त किया है।
प्रदेश में प्रथम स्थान-
आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में जनपद को मिला प्रथम स्थान
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के नेतृत्व में शानदार उपलब्धि हासिल करते हुए आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
ये भी पढ़ें- अगले PM योगी? Twitter पर ट्रेंड हुआ #योगिराज_रामराज्य और कल मुख्यमंत्री का मंच से आगामी लोकसभा चुनाव पर रिकार्ड विजयी की घोषणा!
मुख्यमंत्री एवं शासन द्वारा जनशिकायतों के निस्तारण को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए, इनके गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश सभी जनपदों को दिया गया है। आईजीआरएस शिकायतों में सीएम हेल्पलाइन, तहसील दिवस, पीजी पोर्टल, सहित विभिन्न माध्यमों से आने वाली शिकायतों को शामिल किया जाता है।
जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार द्वारा चुनाव के बाद ही जन शिकायत आइजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण को गंभीरता से लिया गया उन्होंने शिकायतों के निस्तारण में श्री सोनी मिलने पर असंतोष व्यक्त किया और सभी अधिकारियों को शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु निर्देशित किया शिकायतों के निस्तारण में अपेक्षित सुधार ना मिले पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा जुलाई माह में कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए उसमें चार अधिकारियों अरविंद कुमार तहसीलदार न्यायिक सदर, लक्ष्मण चतुर्वेदी खंड विकास अधिकारी, प्रजापति अपर सांख्यिकी अधिकारी और ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नियुक्त किया गया और शिकायतों के निस्तारण की पत्नी समीक्षा करते हुए आख्या जिलाधिकारी महोदय को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। उक्त व्यवस्था के परिणामस्वरूप जनपद की आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में लगातार सुधार देखने को मिला और अगस्त माह की रैंकिंग में जनपद ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
जनपद की इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी महोदय ने अपर जिलाधिकारी, कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारियों व कर्मचारियों सहित जनपद के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और इसी प्रकार जनपद को विभिन्न रैंकिंग में शीर्ष स्थान दिलाने के लिए पूरी निष्ठा व लगन से कार्य करने का निर्देश दिया।
ये भी पढ़ें- महराजगंज: विकास के नए आयाम स्थापित कर रहे डीएम, 100 एकड़ में बनेगा बहुउद्देश्यीय हब
जिलाधिकारी की अनूठी पहल से आईजीआरएस में सुधरती चली गई जिले की रैंकिंग
आईजीआरएस मामलों के निस्तारण में जनपद की असंतोषजनक स्थिति को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बेहद गंभीरता से लिया और इस संदर्भ में उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि शिकायतों के निस्तारण में औपचारिकता करने के बजाय अधिकारी उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी के निर्देश से स्थिति में सुधार तो हुआ किंतु अशानुरूप प्रगति न होने पर जिलाधिकारी ने जनशिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु जुलाई माह में जिलाधिकारी आईजीआरएस सेल स्थापित करते हुए इसमें खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार, सहायक सांख्यकी एवं अर्थसंख्या अधिकारी और ई-डिस्ट्रिक मैनेजर को नियुक्त किया। इन अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन निस्तारित शिकायतों की समीक्षा की गई और निस्तारित शिकायतों के निस्तारण की आख्या गुणवत्तापूर्ण न मिलने पर संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया।
समय-समय पर अधिकारी व शिकायतकर्ता दोनों को बुलाकर शिकायतों का निस्तारण कराया गया और जरूरी होने पर मौके पर भेजकर शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा स्वयं इस पूरी प्रक्रिया की समय-समय पर समीक्षा की गई और निस्तारित मामलों की आख्या संबंधित अधिकारियों को सुनाकर उनसे स्पष्टीकरण लिया गया। कुछ मामलों में वेतन बाधित करने से लेकर निलंबन तक की कार्यवाही की गई।
इसके परिणामस्वरूप अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बेहद गंभीरता से शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण को सुनिश्चित किया और जहां जून माह में जनपद आईजीआरएस रैंकिंग में 55वें स्थान पर था, वहीं जुलाई में यह 6वें स्थान पर पहुंच गया और अगस्त में जनपद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। महराजगंज जिसे पिछड़े जनपद के रूप में जाना जाता है, उसके लिए प्रशासनिक दृष्टि से यह बेहद उल्लेखनीय उपलब्धि है।