महराजगंज: जनपद में भ्रस्टाचार और घुंसखोरी अपने चरम पर है। जो कि खत्म होने की नाम नही ले रहा है आये दिन जनपद में आलाधिकारी निरीक्षण करते रहते है बावजूद इसके ऐसे लोगो पर लगाम नही लगा पा रहे है।  जिसके चलते भ्रस्टाचारीयों के हौसले बुलंद होते जा रहे है जिसका परिणाम आम जनमानस को भुगतना पड़ता है। चाहे वो निर्माण का काम हो या फिर अन्य कोई योजना जो जनता के हित में किया जाना है। कमीशन खोरी इतना बढ़ गया है जैसे किसी पेड़ लगे दीमक धीरे धीरे बढ़ जाते है और पेड़ को पूरी तरह से खोखला कर देते है।

ऐसा ही एक मामला निचलौल ब्लाक के ग्रामसभा भेड़िया टोला बकरुआ का सामने आया है। जहाँ पर एक सरकारी विद्यालय का निर्माण कराया गया है। जो अपने निर्माण से ही जर्जर है। जिसके चलते नव निर्मित विद्यालय में पठन पाठन शुरू ही नही किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय का निर्माण 2007-08 में किया गया था जिसके बाद उस समय के मौजूदा प्रधानाध्यपक को इस विद्यालय में पठन पाठन कक शुरू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

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प्रधानाध्यापक ने नव निर्मित विद्यालय की निरीक्षण किया तो पता चला की ये भवन पूरी तरह से जर्जर है। निहायती खराब किस्म के मटेरियल से भवन का निर्माण किया गया है जो कभी भी गिर सकता है। जिसके बाद से प्रधानाचार्य ने इस भवन में बच्चों को पढ़ने से मना कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने मिलकर बेशिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते हुए पुनः विद्यालय निर्माण की मांग की। बीएसए के निरीक्षण में दोषि पाए गए लोगो पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नही की गया।

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15 साल बीत चुके है लेकिन न ही इस विद्यालय में पढ़ाई शुरू हुई और न ही दोषियों के ऊपर कोई कार्रवाई की गयी है। तब से इस विद्यालय में लोगों द्वारा पशुओं को खाने के लिए भूषा रखना शुरू कर दिया है। इतना ही नही विद्यालय में निर्मित शौचालय में भी बड़ी मात्रा में घपलेबाजी का खेल खेला गया है। शौचालय की बिल्डिंग तो तैयार कर दिया गया है लेकिन न तो शौचालय सीट लगवाया गया और न ही दरवाजा, टँकी।

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