Report: UptvDesk

Byline: Arun Kumar

: केंद्रीय विद्यालय संगठन ने 2025-26 सत्र के लिए कक्षा 1 से 5 तक संचालन का जारी किया आदेश

: वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के प्रयास से संभव हुआ सपना

: राजकीय बालिका इंटर कॉलेज परिसर में चलेगा स्कूल

महराजगंज: जिलेवासियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से की जा रही केंद्रीय विद्यालय की मांग को आखिरकार केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है।

यह ऐतिहासिक उपलब्धि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के सतत प्रयासों का परिणाम है। केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा 29 मई 2025 को जारी आदेश में महराजगंज को देशभर के 85 नए स्वीकृत केंद्रीय विद्यालयों में शामिल किया गया है।

ये भी पढ़ें: महराजगंज की होनहार बेटी की बड़ी उड़ान, T-Series में सोशल मीडिया मैनेजर बनकर चमकाया नाम

इस आदेश के मुताबिक, भारत सरकार द्वारा 27 दिसंबर 2024 को देशभर में 85 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना को सशर्त अनुमोदन प्रदान किया गया था। शर्त के अनुसार, संबंधित जिलों को विद्यालय संचालन हेतु उपयुक्त भवन की उपलब्धता सुनिश्चित करनी थी। महराजगंज में यह शर्त पूरी की जा चुकी है। जिले के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज परिसर को केंद्रीय विद्यालय के संचालन के लिए चयनित किया गया है।

शैक्षणिक सत्र 2025-26 से विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक का संचालन प्रारंभ होगा। भविष्य में उच्च कक्षाएं भी क्रमिक रूप से जोड़ी जाएंगी। प्रत्येक कक्षा में एक अनुभाग की स्वीकृति दी गई है। इससे जिले के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और समसामयिक शिक्षा का लाभ मिलेगा, जो अब तक बड़े शहरों तक ही सीमित थी।

ये भी पढ़ें: IVF और IUI की सुविधा अब महराजगंज में, मातृत्व की राह हुई आसान

इस निर्णय से जिले में खुशी की लहर है। नामांकन प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जाएगी। केवीएस के निर्देशों के अनुसार, प्रवेश की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित की जाएगी। विद्यालय शुरू होने के 30 दिनों के भीतर प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

इस अवसर पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, “यह सिर्फ एक विद्यालय नहीं, बल्कि महराजगंज की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक मील का पत्थर है। हमारा उद्देश्य है कि जिले को शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना में राष्ट्रीय मानकों तक पहुंचाया जाए। मैं आश्वस्त करता हूं कि आने वाले समय में भी जिले को केंद्रीय योजनाओं से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास करता रहूंगा।”यह कदम न केवल जिले के शैक्षणिक परिदृश्य को बेहतर बनाएगा, बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा का अवसर देगा।

You missed

error: Content is protected !!