Report : Arun Kumar
By : UptvDesk
महराजगंज : भारत स्काउट्स और गाइड्स जिला संस्था महराजगंज का 25 वर्षीय ऊर्जावान सिपाही सोनू नायक निवासी धनहा नायक परतावल का एक्सीडेंट में निधन हो गया, जानकारी के मुताबिक सोनू नायक अपने घर से ट्रैक्टर लेकर खेत को जा रहे थे कि अचानक स्लिप खाने से उसके नीचे आ गए, जिसके बाद आनन फानन में उन्हें नज़दीकी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र परतावल लाया गया जिसकी स्थिति नाजुक के कारण गोरखपुर रेफर किया गया। जहा रास्ते मे ही उनका निधन हो गया।
ये भी पढ़ें : निर्माणाधीन सड़क पर नारियल फूटने से पहले चला फावड़ा, बहुचर्चित सड़क में भ्रष्टाचार! सड़क पर उतरी जाँच टीम ने लिया सेम्पल
निधन की खबर सुनते ही शोक की लहर दौड़ गया, ग्रामीणों ने बताया कि सोनू एक हँसमुख के साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी था, इनका परिवार बैंकाक में रहता है इनके पिता को जानकारी मिलते ही परिवार सहित वहां से निकल लिये है, फिलहाल इनका दाह संस्कार कप्तानगंज छोटी गण्डक पर किया जाएगा। वही जिला संस्था महराजगंज के मुताबिक सोनू ने स्काउटिंग में राष्ट्रीय ही नही अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति उपलब्ध कर के जनपद का नाम रोशन किया है।
ये भी पढें : महराजगंज जिला अस्पताल में इलाज से पहले सावधान, हक की बात पर मरीजों से बदसलूकी
जिला आयुक्त वयस्क संसाधन हरिश्चंद श्रीवास्तव ने बताया कि स्काउटिंग में अपूरणीय क्षति हुई, इस तरह का कुशल, विनम्र और अनुशासित लीडर बहुत कठिनता से मिलते हैं। जिला सचिव संजय मिश्रा ने बताया कि सोनू आज हम सब के बीच नही है लेकिन कम समय मे स्काउटिंग के माध्यम से जो छाप अपनी समाज मे छोड़ा है, उससे युवाओ को सीखने का अवसर मिलेगा।
ये भी पढ़ें : पारिवारिक कलह से आहत व्यक्ति ने गला रेतकर की आत्महत्या की कोशिश
वही जिला मुख्यायुक्त / जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप शर्मा , डीटीसी दीनदयाल शर्मा, अभिषेक श्रीवास्तव, शशांक गुप्ता, उमेश गुप्ता, संजय भारती, रोहन यादव, अजय सैनी, धमेंद्र सिंह, नीलम त्रिपाठी, रिया जायसवाल, उदय प्रकाश मिश्र समेत अन्य लोगो मे शोक ब्यक्त किया।
स्काउटिंग में बिताए पल को याद कर नम हो गयी आंखे
हरिश्चंद श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, अजय सैनी, शशांक गुप्ता , संजय भारती, उमेश गुप्ता व अन्य साथियों ने सोनु के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पुराने दिनों को याद करते सभी की आंखे नम हो गयी, सभी ने बताया कि सोनू नायक एक नायक की भूमिका निभाते हुए हम सभी को बीच रास्ते छोड़कर संसार से अलविदा कह गया, उसकी कमी हर समय हर क्षण खलेगी, क्यो की वह अनुशाषित के साथ साथ सभी के लिए दिन हो या रात कदम से कदम मिलाकर अपना योगदान देता था, आज उसका ना रहना हम सभी के लिये बहुत बड़ी क्षति है।