Report : Arun kumar

By : Uptv Desk

छात्रों की एकजुटता की जीत: युवा हल्ला बोल

न बंटे, न हटे – हम लड़े और जीते: गोविन्द मिश्रा

प्रयागराज : पिछले चार दिनों से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने संघर्ष कर रहे छात्रों की आवाज आखिरकार सुनी गई। यूपीपीएससी ने छात्रों की मांगों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव का निर्णय लिया है।

इस मामले में छात्रों के मांगों का लगातार समर्थन कर रहे युवा हल्ला बोल की टीम ने कहा कि यह युवाओं के संघर्ष का परिणाम है कि आयोग ने पारदर्शिता और समानता की दिशा में अहम कदम उठाए हैं।

छात्रों की मुख्य मांग थी कि पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाएं एक ही दिन और शिफ्ट में कराई जाएं ताकि सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले। इस पर आयोग ने निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय किए हैं:

:- पीसीएस परीक्षा अब एक ही दिन में आयोजित की जाएगी, जैसा कि पहले किया जाता था। यह परीक्षा प्रक्रिया को सुगम और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। 

:- आरओ/एआरओ परीक्षा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इसके आयोजन को लेकर एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जो परीक्षा की शिफ्ट और प्रक्रिया पर निर्णय लेगी। समिति की सिफारिशों के बाद अगली तारीख की घोषणा की जाएगी।

युवा हल्ला बोल आंदोलन की ओर से गोविन्द मिश्रा ने कहा की हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि जब युवा अपनी आवाज बुलंद करते हैं, तो बदलाव निश्चित होता है। यह जीत हर उस छात्र की है जिसने न्यायसंगत और पारदर्शी चयन प्रक्रिया की मांग को लेकर अपना समर्थन दिया।

हम इस संघर्ष में साथ देने वाले सभी संगठनों, छात्रों और समाज के सभी वर्गों का आभार व्यक्त करते हैं।

युवा हल्ला बोल के अनुपम ने कहा की
“प्रयागराज में चल रहे छात्र आंदोलन के सामने सरकार को अंततः झुकना पड़ा। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक शिफ्ट में परीक्षा करवाने की मांग को स्वीकार लिया है।

संघर्ष कर रहे सभी साथियों को बधाई और शुभकामनाएं। अन्याय के खिलाफ इसी जज्बे की जरूरत है।”

अनुपम ने कहा कि युवा हल्ला बोल आगे भी छात्रहित के मुद्दों पर आवाज उठाता रहेगा और सभी युवाओं के लिए न्याय की लड़ाई में अग्रसर रहेगा।

न बंटे, न हटे – हम लड़े और जीते।

जय युवा शक्ति!
युवा हल्ला बोल

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