महराजगंज : 18 कार्यों में भ्रष्टाचार व धन के बंदरबांट के आरोपों से बरी हुए सिसवा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि। प्रेस वार्ता कर अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बताया बेबुनियाद, सरकार की छवि धूमिल करने के लिए सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि के लेटर पैड पर हुई थी शिकायत।
दरअसल सिसवा नगर पालिका परिषद वार्ड नं0 08 महाराणा प्रताप ( पूर्व में ग्रामसभा भुजौली ) निवाशी बैजनाथ सिंह ने बीते सत्र 2020 – 21 में ग्रामसभा में कराए गए 18 कार्यों में फर्जी भुगतान कराने के संदर्भ में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि के लैटर पैड के जरिये आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की थी। शिकायत पत्र में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि के विरुद्ध 18 विकास में इंटरलॉकिंग व पशुशेड जैसे कार्यो के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।
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उक्त शिकायत को आयुक्त विकास विभाग ने गंभीरता से संज्ञान लिया। शिकायत के संदर्भ में संयुक्त आयुक्त विकास गोरखपुर मंडल व मंडलीय प्राविधिक परीक्षक ( टीएसी ) की जांच टीम गठित हुई। जाँच टीम ने उक्त ग्रामसभा में शिकायत कीए गए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया व जाँच करते हुए ग्रामीणों का बयान भी दर्ज किया। साथ ही शिकायत पत्र के मुताबिक़ उक्त 18 कार्यों पर एक – एक कर सभी स्थानों का निरीक्षण कर जाँच टीम ने आख्या प्रेषित की।
प्रेस वार्ता कर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने आरोपो को बताया हवाहवाई, सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि होने के बावजूद सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास
वही इस पूरे प्रकरण में सिसवा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ ( धीरू सिंह ) ने अपने ऊपर लगे आरोपों के संदर्भ में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि सत्र 2020 – 21 में ग्रामसभा भुजौली में हुए 18 कार्यों के संदर्भ में उक्त ग्रामसभा के ही बैजनाथ सिंह ने एक जनप्रतिनिधि के लेटर पैड पर लिख आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की थी।
शिकायत की जाँच करने के लिए संयुक्त आयुक्त विकास गोरखपुर मंडल व मंडलीय प्राविधिक परीक्षक (टीएसी) की टीम गठित हुई थी। जाँच के दौरान टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया व ग्रामीणों का बयान दर्ज किया। जाँच टीम के मुताबिक़ 18 कार्यों में से 13 कार्यों पर टीम ने कार्य पूर्ण हुए पाए वही बाकी 5 कार्यों पर केवल वर्क आईडी बनी हुई पाई गई जिसपर कोई कार्य नही हुआ था। जाँच रिपोर्ट के मुताबिक़ सारे आरोप बेबुनियाद साबित हुए।
शिकायतकर्ता ने पहले बनवाया पशुशेड फिर जनप्रतिनिधि के साथ मिलकर कर दी शिकायत
वही ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ ( धीरू सिंह ) ने बताया कि शिक़ायत बैजनाथ सिंह ने भी सत्र 2020 – 21 में पशुशेड बनवाया था. जांच टीम की रिपोर्ट के अनुसार टीम ने सिसवा बीडीओ से शिकायत पत्र में उल्लेखित 18 कार्यों का अभिलेख मांगा. बीडीओ ने 13 कार्यों का अभिलेख उपलब्ध कराया।
शेष 5 कार्यों के बारे में यह बताया कि इन कार्यों का केवल वर्क आईडी जारी की गई थी लेकिन कोई कार्य नहीं कराया और ना ही भुगतान कराया गया। स्थलीय निरीक्षण में टीम इंटरलॉकिंग व पशुशेड की जांच की। जांच में तीन साल पहले कराए गए कार्य की गुणवत्ता सामान्य बताया गया।
वही पशु शेड का एक लाभार्थी शिकायतकर्ता भी बैजनाथ सिंह भी है। पशुशेड की जांच में यह बात सामने आई कि शिकायत कर्ता समेत लगभग सभी पशु शेड धारकों ने वर्तमान में पशु शेड में मोडिफिकेशन करा दिया है साथ ही शिकायत किये गए इंटरलॉकिंग सड़को का भी निर्माण कराया गया है।