महराजगंज : भिटौली थानाक्षेत्र के ग्रामसभा अमवा भैंसी में तड़के सुबह करीब 4:30 बजे आग की चपेट में आने से माँ – बेटे की मौत हो गई यही एक गाय भी बुरी तरह झुलस गई.
मामला आज तड़के सुबह करीब 4:30 बजे का बताया रहा है जहाँ घर के बाहर पशुओं के लिए बने एक घारी ( पशुशाला ) में मच्छर भगाने के लिए धुंआ किया गया जिसकी चिंगारी ने आग का विकराल रूप ले लिया. धधकती आग में फँसे गाय व बछिया को बचाने रामअशीष पटेल 35 वर्ष व उनकी माता कौशल्या देवी 58 वर्ष घारी में गए जहाँ दोनो ने हिम्मत दिखाते हुए पशुओं का रस्सी खोल दिया जिससे पशु बाहर निकल गए लेकिन वही झोपड़ी का छपर माँ – बेटे के ऊपर गिर गया जिससे दोनों ही आग की चपेट में आ गए. धधकती आग की लपेटो में कड़ी मसक्कत करते हुए माँ – पुत्र दोनो की काल की गाल में समा गए.
5 व 7 वर्ष के मासूम बच्चों के सर से उठा दादी , पिता का साया
झोपड़ी में गाय को आग से बचाने गए माँ – बेटे की मौत से पूरे क्षेत्र में सनसनी मची हुई है. मृतक रामअशीष पटेल व माता कौशल्या अपने पीछे एक लाचार बहु व दो छोटे मासूम बच्चों को अकेला छोड़ गए.
मृतक रामअशीष पटेल अपने परिवार का अकेला पुरुष था. रामअशीष के पिता की देहांत पहले ही हो चुकी है जिससे घर की पूरी जिम्मेदारी माँ और बेटे के ऊपर थी. परिवार में रामअशीष व उसकी पत्नी एक माँ और दो मासूम बच्चे थे. बच्चों में लड़के की उम्र 5 वर्ष व लड़की की उम्र 7 वर्ष बताई गई.
वही लोगो ने बताया कि मृतक कौशल्या गाय से बहुत प्रेम करती थी झोपड़ी में आग की लपेट देख कौशल्या गाय को बचाने धधकती आग की लपटों में कूद गई वही मा को बचाने उसका इकलौता पुत्र रामअशीष भी आग में कूद गया. दोनो की असमय व दर्दनाक मृत्यु होने से छोटे मासूम बच्चों के सर से बाप व दादी का साया उठ गया वही रामअशीष की पत्नी सदमे में है.
वही उक्तघटना का सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया समेत कई जनप्रतिनिधियों ने निरीक्षण किया साथ जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार व एसपी0 डॉ कौस्तुभ ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया व परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया.