महराजगंज : जनपद के 12 विकासखण्ड के सभी ग्रामसभाओं में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना बनवाने की होड़ मची हुई है. इसी बीच जनपद के लगभग ग्रामसभाओं में ग्रामप्रधान व उसके गुर्गे आवास के नाम पर जमकर गरीब व पात्र ग्रामीणों से वसूली करते नही थक रहे. जबकि पूर्व प्रधान के कार्यकाल में सभी ग्रामीणों के आवास की सूची भेजी गई थी. वही कुछ ऐसे ग्रामप्रधान के गुर्गे व जनप्रतिनिधि भी है जो आवास के नाम पर मोटी रकम की धनउगाही कर रहे है.

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जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना अंतर्गत एक पात्र ग्रामीण को सरकार द्वारा 1 लाख 20 रुपये की धनराशि तीन किस्तों में दी जाती है. जिसमे सभी पात्र ग्रामीणों के खाते में पहले क़िस्त की धनराशि आ गई है.

पहला क़िस्त आते ही जनप्रतिनिधि का ग्रामीणों के धन पर पड़ रहा डांका

दरअसल प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की पहली किस्त की धनराशि 40 हजार रुपये सभी ग्रामीणों के खाते में पहुँच चुकी है जिसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों को होते ही गरीब ग्रामीणों के घर का चक्कर लगाना शुरू हो चुका है, साथ ही दवाब डालकर 15 से 20 हजार रुपये की धनउगाही की जा रही है.

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पैसे न देने पर आवास कटवाने की धमकी दे रहे जनप्रतिनिधि

पहली किस्त ग्रामीणों के खाते में पहुँचते ही ग्रामसभा के ग्रामप्रधान व उसके गुर्गे ग्रामीणों पर दवाब डालकर धनउगाही कर रहे है यदि कोई ग्रामीणों अपनी धनराशि देने से मना करता है तो ग्रामप्रधान व उसके गुर्गे आवास कटवाने व दूसरी व तीसरी किश्तें कटवाने की धमकी तक दे रहे है साथ ही पहली किस्त की रिकवरी तक कराने का डर ग्रामीणों के जहन में पैदा कर रहे हैं.

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ग्रामप्रधान व उसके गुर्गे के साथ क्षेत्र पंचायत सदस्य भी आवास के नाम पर जमकर वसूली करते नही थक रहे

ग्रामीण आवास योजना ग्रामप्रधान के लिए जहाँ दुधारू गाय बना है. वही क्षेत्र पंचायत सदस्यों की भी चांदी होगी है. क्षेत्र पंचायत सदस्य ब्लॉक प्रमुख से अपने ग्रामप्रधान पर दवाब दिलवाकर 5 से 10 आवास बनवाने का जिम्मा ले रहे है साथ ही उन सभी ग्रामीणों पर दवाब डालकर वसूली करने से बाज़ नही आ रहे. ग्रामीण जब क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपनी क़िस्त का हिस्सा देने से मना कर रहे है तब क्षेत्र पंचायत सदस्य भी धमकाते हुए आवास कटवाने व पहली किस्त की रकम रिकवरी कराने तक कि धमकी दे रहे. अब लाचार बेबस ग्रामीण डर के मारे पहले क़िस्त की धनराशि 40 हजार में से 20 से 25 हजार रुपये क्षेत्र पंचायत सदस्यों को चढ़ावा चढ़ा रहे है.

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सचिव समेत उच्चाधिकारियों को भी कुर्सी पर बैठे पहुच रहा हिस्सा

सूत्रों के मुताबिक ब्लॉक पर बैठे ग्राम विकास अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी के टेबल तक आवास के नाम पर वसूली का हिस्सा पहुँच जा रहा है. ग्रामप्रधान स्वयं व अपने गुर्गों से वसूली कराकर ग्रामविकास अधिकारी के टेबल तक उनका हिस्सा पहुचा दे रहा है साथ ही ग्रामविकास अधिकारी अपने तालमेल से उच्चाधिकारियों को भी मलाई का कुछ हिस्सा भेंट चढ़ा रहे है.

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