कुछ दिन पूर्व प्रकाशित हमारी खबरों को अनदेखा करके आरोपी के पक्ष में विभाग ने रिकार्ड किया था बयान नतीजा ऐसा कि हैरान परेशान आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने को घेर लिया. आपूर्ति विभाग की अनदेखी रवैये के कारण सड़को पर उतर आए ग्रामीण. ग्रामीणों का आक्रोश देख प्रशासन के भी फूलने लगे थे हाथ पांव.

महराजगंज :  जनपद के सिंदुरिया ग्रामसभा के सैकड़ो ग्रामीण कोटेदार की मनमानी व घटतौली से परेशान होकर थाने पर लिखित तहरीर दिया साथ ही सिंदुरिया थाने का किया घेराव. सिंदुरिया कोटेदार अपनी हनक के बल पर रात्रि 2 बजे अपने ख़ास लोगो मे कर रहा था राशन वितरण , जब ग्रामीण सूचना पर राशन लेने पहुँचे तो कोटेदार करने लगा हिल्लाहवाली जिससे आहत होकर ग्रामीणों ने डायल 112 पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद कोटेदार को सिंदुरिया थाने पर लाया गया. सिंदुरिया ग्रामसभा के ग्रामीण कोटेदार की दबंगई से तंग आकर सिंदुरिया थाने पर कोटेदार के खिलाफ कठोर कार्यवाही कराने के लिए थाने का किया घेराव , एक स्वर में कोटा निरस्त करने की करने लगे मांग. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों में ग्रामीणों की भीड़ को तीतर-बितर किया.

ये है ताजा मामला , सैकड़ो ग्रामीणों ने कोटा निरस्त कराने की  मांग , सहायक अध्यापक का शांति भंग में चालान

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचारियों पर लगातार नकेल कस रहे है साथ ही भ्रष्टाचार में संलिप्त माफियाओं पर बुलडोजर चलाने जैसी कार्यवाही भी कर रहे. बावजूद इसके कुछ ऐसे भी सरकार से जुड़े लोग है जो सत्ता के जनप्रतिनिधियों के सरंक्षण में सरकार की छवि बदनाम करने में चार चांद लगा रहे है. हम बात कर रहे है विकासखण्ड मिठौरा के ग्रामसभा सिंदुरिया के कोटेदार सुराती देवी जिनके पति का स्वर्गवास होने के बाद सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान सुराती देवी के नाम पर आवंटित हो गया. 

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जिसका संचालन सुराती देवी के घर के सदस्य विनोद यादव सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का संचालन करने लगे , जो कि पेशे से एक “सहायक अध्यापक” भी है. विनोद यादव किसी राजनीतिक सरंक्षण के बल पर आए दिन राशन वितरण में धांधली करते है जिससे सैकड़ो ग्रामीण हर माह राशन के लिए कोटा संचालक विनोद यादव से लड़ते झगते है. सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि सहायक अध्यापक विनोद यादव सरकारी विद्यालय से प्रत्येक माह के 7 से 8 दिन अपना समय अपने निजी आवास सिंदुरिया टोला मंगलापुर में गुजारते है. अब ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर किस जनप्रतिनिधि के संरक्षण में विनोद यादव सरकारी वेतन उठाते हुए आये दिन अपने विद्यालय से गायब रहते हैं.

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आखिर किसकी सह पर विनोद यादव ( सहायक अध्यापक ) कोटे का संचालन कर पाते है , योगी राज में विनोद यादव के द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार आखिर कैसे पनप रहा है.

क्षेत्र के कई बड़े जनप्रतिनिधियों के पास भी ग्रामीण अपनी राशन से संबंधित शिकायत लेकर जाते है , जनप्रतिनिधि लगातार कोटा संचालन विनोद यादव को समझाते व कोटा निष्पक्ष रूप से संचालन करने की हिदायत भी दे चुके है , जिसके बाद भी “सहायक अध्यापक” विनोद यादव का हौसला बुलंद है. कोटेदार व कोटेदार को लोगो की अभद्रता से परेशान होकर सिंदुरिया के ग्रामीणों ने सिंदुरिया थाने पर लिखित तहरीर देकर शिकायत किया साथ ही कठोर कार्यवाही करने के लिए थाने का घेराव किया.

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ये है ताजा मामला , सैकड़ो ग्रामीणों ने सिंदुरिया थाने का किया घेराव

मंगलवार की सुबह विकासखण्ड मिठौरा के ग्रामसभा सिंदुरिया के सैकड़ो ग्रामीणों ने लिखित शिकायत पत्र देकर सिंदुरिया थाने पर कोटेदार के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के लिए थाने का घेराव किया.

सिंदुरिया की जनता ने सिंदुरिया के समस्त ग्रामवासी के नाम से थाने पर लिखित तहरीर में लिखा है कि सिंदुरिया ग्रामसभा में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का आवंटन सुराती देवी के नाम पर है जिसका संचालन विनोद यादव करते है जो पेशे से सरकारी विद्यालय में “सहायक अध्यापक” के पद पर नियुक्त है. हम सभी ग्रामीणों का पिछले दो माह ( अगस्त – सितंबर ) से राशन नही वितरण किये है जबकि दोनो बार का बायोमेट्रिक फिंगर लगवा चुके है. ग्रामीणों को राशन वितरण करने में शासन द्वारा उपलब्ध कराया गया रिफाइंड , चना , नमक भी कई माह का डकार चुके है.

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ग्रामीणों ने यह भी लिखा है कि कोटेदार के लोग रात्रि में 2 बजे अपने कुछ खास लोगो को राशन वितरण कर रहे थे जब ग्रामीण मंगलवार की सुबह राशन लेने पहुँचे तो वितरण करने में हिल्ला-हवाली करने लगे साथ ही केवल चावल देकर भगा रहे थे , रिफाइंड , चना , नमक मांगने पर धमकी देते हुए कहने लगे कि जो करना है जहाँ जाना है जाइये मेरा कुछ नही हो सकता मैं सभी अधिकारियों को मैनेज कर लूंगा.

इसी दौरान ग्रामीणों ने डायल 112 पर फ़ोन कर कोटेदार के द्वारा की जा रही दबंगई की सूचना दे दी जिसके बाद डायल 112 मौके पर पहुँच कोटा संचालन कर रहे विनोद यादव को सिंदुरिया थाने लाई जिसके बाद सिंदुरिया पुलिस प्रशासन अपने अग्रिम कार्यवाही में जुट गई. इसी बीच सिंदुरिया ग्रामसभा के सैकड़ो ग्रामीण सिंदुरिया थाने पर आकर कोटेदार पर कठोर कार्यवाही करने की मांग करते हुए कोटा निलंबित करने की मांग करने लगे तथा थाने का घेराव कर लिए.

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सूचना पाकर मौके पर सप्लाई इंस्पेक्टर वंदना तिवारी थाने पर पहुँच जांच-पड़ताल करने लगी साथ ही सभी कार्ड धारकों से बयान दर्ज कराया व उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने की बात कही. वंदना तिवारी ने यह भी कहा कि यदि ग्रामीणों का आरोप सत्य पाया जाता है तो कोटेदार के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी.

बहरहाल यह है कि ग्रामसभा के 90% ग्रामीण कोटेदार की आए दिन दबंगई व मनमानी से परेशान होकर कोटा निरस्त करने की मांग करने पर अड़े हुए थे , ग्रामीणों को सप्लाई इंस्पेक्टर वंदना तिवारी की जाँच प्रक्रिया पर संदेह है.

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इस संदर्भ में सिंदुरिया ग्रामप्रधान केशव यादव ने बताया कि कोटेदार की आये दिन मनमानी व ग्रामीणों से अभद्रता करने की शिकायतें आती है जिसका संज्ञान लेकर कोटेदार को कई बार शख़्त हिदायत दी गई है. बावजूद इसके कोटेदार संचालक अपने दबंगई व मनमानी के बल पर ग्रामीणों से अभद्रता करने से बाज नही आ रहे. हम ग्रामीणों के साथ है ग्रामीणों के न्याय के लिए हम शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुचायेंगे तथा कठोर कार्यवाही कराकर रहेंगे.

इस पूरे मामले में ग्रामीणों की भीड़ देखकर कोटा संचालक विनोद यादव को सिंदुरिया पुलिस द्वारा शांति बनाए रखने के लिए शांति भंग में चालान कर दिया गया.

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