घुघुली संवाददाता : गिरिजानंद शर्मा 

पिछले एक सप्ताह से हो रहे बरसात से जहाँ नदी नालों में पानी भर गया है वहीँ पर गाँव व नगरों में भी जगह-जगह पानी लग गया है | कही कही तो सड़को के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बावजूद इसके लोग अपना-अपना काम कर रहे हैं तो वहीँ पर कुछ लोगों को इसका बहाना मिल गया है.

महराजगंज : ऐसा ही एक मामला विकासखण्ड घुघुली के ग्रामसभा महावन खोर बडहरा के प्राथमिक विद्यालय/ पूर्व माध्यमिक विद्यालय से सामने आया है. जहाँ पूरा विद्यालय परिसर जलमग्न हो गया है. यहाँ तक कि विद्यालय परिसर के साथ-साथ शौचालय में भी बरसात का पानी घुस गया है. इतनी दिक्कतों के बावजूद विद्यालय में बच्चे पढ़ने के लिए आ रहे हैं परन्तु यहाँ के अध्यापक उतने ही लापरवाह दिखे. विद्यालय परिसर में न तो इन अध्यापकों के आने का कोई समय निश्चित है न ही जाने का.

ये भी पढ़ें : महराजगंज: गरीबों का राशन डकार गया कोटेदार, ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

ये लोग अपनी मर्जी से जब चाहे आते हैं तथा जब चाहे जाते हैं. कोई 8 बजकर 10 मिनट पर आता है, कोई 8 बजकर 15 मिनट पर तो कोई 8 बजकर 30 मिनट पर तथा 9 बजे तक आते है. यहाँ तक कि विद्यालय में 10 बजे के बाद भी अध्यापक आते रहते है. पूछे जाने पर कहते हैं कि हम लोग अपनी मर्जी से आएंगे और जायेंगे. इन लोगों के सामने ही बच्चे पानी में खेल रहे हैं परन्तु इन लापरवाह अध्यापकों को इसका कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है. यदि देखा जाय तो यहाँ के सभी अध्यापक पढ़ रहे बच्चों का भविष्य बर्बाद करने में लगे हुए हैं.

ये भी पढ़ें : Ground Report: यहां प्रतिदीन मौत को चकमा देकर सफ़र कर रहे राहगीर! आइए हिचकोले खाइये

विद्यालय परिसर में ही आंगनबाड़ी केन्द्र भी चलता है जहाँ पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपने सहायिकाओं के साथ मिलकर आंगनबाड़ी केन्द्र का संचालन करती हैं. जहाँ पर गाँव के छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाया जाता है और पोशाहार वितरण किया जाता है. परन्तु ये लोग तो प्रा० वि० व पूर्व म० विद्यालय में पढ़ाने वाले अध्यापकों से भी लापरवाही में आगे है. इन लोगों के भी आने-जाने के लिए कोई समय निर्धारित नहीं है इन लोगों का भी मनमाने तरीके से आना और जाना है. सुबह लगभग 9 बजे तक कोई भी आंगनबाड़ी कार्यकत्री/सहायिका केन्द्र पर उपस्थित नहीं मिली न ही कोई बच्चा मिला और इनके आंगनवाड़ी केंद्र के दरवाजे पर ताला लटका हुआ मिला.

ये भी पढ़ें : महराजगंज: “गूंगे बोलने लगते हैं, बहरे सुनने लगते हैं”, बागेश्वर धाम की तरह इस बाबा के दरबार में चमत्कार का दावा!

अब देखना यह है कि देखना यह है कि ऐसे लापरवाह शिक्षकों व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों/सहायिकाओं के करतूत को इनके उच्चाधिकारी संज्ञान में लेते हैं या नही, यदि लेते हैं तो इनके ऊपर क्या कार्यवाही होती है.

जब इस संदर्भ में बेसिक शिक्षा अधिकारी से फोन से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो पाई.

 

You missed

error: Content is protected !!