एक तरफ जहां देश में आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा अभियान जोरों शोरों से मनाया गया वहीं दूसरी तरफ महराजगंज में स्थित कुछ बैंकिंग संस्थाओं ने अपनी संस्था पर एक भी तिरंगे नहीं लगाये.

न जाने क्या कारण था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को नागवार कर दिया हमारे और आपके बीच रहकर अपनी बैंकिंग व्यवस्था से लाखों करोड़ रुपए का कारोबार करने वाली यह संस्थाएं तिरंगे से परहेज क्यों करते हैं? लंबी तफ्तीश के बाद हमने जाना की दो मुख्य संस्थाएं ऐसी हैं जहां तिरंगा नहीं लहराया गया.

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महराजगंज जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज के सामने एक काम्प्लेक्स में स्थित आईसीआईसीआई बैंक में इस वर्ष भी तिरँगा नहीं लगाया गया, यह जानकारी हमें इसी बैंक के एक पूर्व कर्मचारी ने उपलब्ध कराई जो विगत वर्ष किन्हीं कारणों से नौकरी छोड़ दिया था. उसने बताया कि यहाँ करीब दो वर्ष से झंडारोहण नहीं किया जाता है और हमने तफ्तीश में पाया कि यहाँ आरोप सत्य है. यहाँ तैनात ब्रांच मैनेजर राकेश कुमार ने आन कैमरा बात करने से इनकार कर दिया ऑफ कैमरा उन्होंने बताया कि हमें हमारी जोनल ऑफिस से झंडारोहण करने का कोई प्लान नहीं दिया गया था और नाही लीड बैंक की तरफ से कोई गाइडलाइन जारी की गई थी. इस सम्बंध में हमनें इनके रीजनल हेड से बात किया तो वह भी पहले टाल मटोल करते नजर आए और बताया कि जहां हमारी बैंकिंग टॉवर है वहाँ पूरी व्यवस्था होती है वहीं पूरे सम्मान के साथ झंडा तोलन किया गया है.

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इसके बाद हम फरेंदा रोड स्थित एक्सिस बैंक पर पहुँचे यहाँ भी झंडारोहण नहीं किया गया था, मौके से यहाँ हमें ब्रांच मैनेजर नहीं मिले और मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि मेरे पास फोटो रहेगा तभी आप विश्वास करेंगे कि हमने झंडारोहण किया है. उसके बाद एक महिला कर्मचारी ने बताया कि झंडारोहण हुआ था लेकिन बाहर ना होकर अंदर झंडारोहण किया गया जब हमनें उनसे उस वक्त की तस्वीर मांगी तो उन्होंने व्हाट्सएप ना खुलने का बहाना करना शुरू कर दिया. क्योंकि हमारी टीम 15 अगस्त के दिन से ही इन मामलों की छानबीन में लग गई थी और आरोप पहले ही सिद्ध हो चुका था कि यहाँ झंडारोहण नही हुआ था ऐसे में हमनें पूरी तसल्ली से इनके ऊपर बैठे अधिकारियों को भी इस मामले से अवगत कराया और बताया कि यहाँ विगत दो वर्षों से झंडारोहण नहीं हो रहा है.

हम यह भी दावा करते हैं कि यदि इन्होंने तिरंगा लहराया है तो उसके साक्ष्य प्रस्तुत कर अपने को सही साबित करके मुझे झूठा ठहराए और यदि इन्होंने तिरंगा नहीं लहराया है तो यह हमारी और आपकी जिम्मेदारी है कि इनका बहिष्कार करके इनको व्यापार करने के लिए देश से बाहर का रास्ता दिखाएं। क्योंकि जब इन्हें हमारे महापर्व और हमारे मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री का आदेश नहीं मानना है तो इन्हें यहाँ व्यापार करने का भी कोई हक नहीं दिया जाना चाहिए.

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