महराजगंज लक्ष्मीपुर/ सर्वशिक्षा अभियान के तहत नौनिहालों को साक्षर बनाने का अभियान शिक्षा विभाग की ओर से भले ही चलाया जा रहा हो, लेकिन गरीबी से जूझ रहे सैकड़ों परिवारों के बच्चे आज भी शिक्षा से कोसों दूर हैं।
स्कूल न जाकर वह कूड़े के ढेर से कबाड़ निकालने का कार्य कर रहे हैं। इससे उनका भविष्य चौपट हो रहा है। सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदार खामोश हैं। शासन की मंशा है कि 5 वर्ष से 14 वर्ष तक के सभी बच्चे स्कूल जाकर साक्षर बने। इसके लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के लिए निर्देश जारी किया गया है। साथ ही करोड़ों रुपये भी खर्च हो रहे हैं, लेकिन विभागीय अनदेखी की वजह से आज भी गरीबों के सैकड़ों बच्चे शिक्षा कि मुख्य धारा से नहीं जुड़ सके और उनका भविष्य चौपट हो रहा है
जिले के कई बाजारों व चौराहों पर बच्चों को कबाड़ उठाते देखा जा सकता है। शुक्रवार को बीआरसी लक्ष्मीपुर में बच्चे कबाड उठा कर अपना भविष्य चौपट करते नजर आए। पूछने पर बच्चों ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थित कमजोर है। पेट की आग बुझाने के लिए यह कार्य कर रहे हैं।