Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/uptvsaug/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
गहलोत के इस्तीफे के बाद कौन होगा राजस्थान का मुख्यमंत्री, पायलट हैं प्रबल दावेदार या किसी और कि किस्मत चमकेगी - uptvsamachar.com

गहलोत के इस्तीफे के संकेत के बाद पायलट हुए सक्रिय, आलाकमान के निर्देश विधायकों से मेल मिलाप बढ़ाएं

राजस्थान: कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए अशोक गहलोत ने राजस्थान के सीएम पद को छोड़ने के संकेत दे दिए हैं. अब वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए 24 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इसी के साथ अब सीएम फेस को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक 27 सितंबर को राजस्थान से कांग्रेस विधायक दिल्ली जा सकते हैं, जहां वे मुख्यमंत्री पद को लेकर आलाकमान के सामने अपनी राय रखेंगे.

ये भी पढ़ें : Ground Report: हत्या के दस माह बाद आज फिर उठी चिंगारी, गुस्साए लोगों ने आरोपित के घर में लगाई आग, मारपीट में 5 घायल

वैसे पिछले कुछ महीनों से राजस्थान में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग ने जोर पकड़ रखा है. हालांकि बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान अशोक गहलोत ने सीएम पद के लिए किसी और नेता के नाम का सुझाव दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की सिफारिश की है साथ ही गुजरात प्रभारी डॉ रघु शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व मंत्री ममता भूपेश के नाम सुझाये हैं.

ये भी पढ़ें : Maharajganj Mahotsav: युवा नेतृत्व ने बनाई थी रणनीति, उनके सपनों को लगे पँख अब उड़ने को है तैयार- Inside Mahotsav

गहलोत द्वारा सीएम पद छोड़ने के बाद क्या सचिन पायलट कुर्सी संभालेंगे? पत्रकारों के इस सवाल पर गहलोत ने कहा कि यह मैं कैसे कह सकता हूं कि कौन सीएम बनेगा. इस पर मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं। मुख्यमंत्री तो विधायक चुनते हैं. उनकी बातों से स्पष्ट है कि वे किसी भी सूरत में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते. उन्हें और किसी नाम पर एतराज नहीं पर पायलट के नाम पर एतराज है.

ये भी पढ़ें : महराजगंज: “जब जागो तभी सवेरा” बरसाती पानी से उफनाई नालियां सड़को पर बहने लगी थी, देखिए ख़बर हमनें पढ़ाई थी और आज सफाई चल रही है

इधर गहलोत के अध्यक्ष का चुनाव लड़ने व सीएम पद से इस्तीफे की चर्चा के साथ-साथ मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसकी चर्चा जोरों से चल पड़ी है. सचिन पायलट भी दिल्ली से लौट आये हैं. वे एयरपोर्ट से सीधे विधानसभा पहुंचे जहां उन्होंने सीपी जोशी से मुलाकात की. सूत्रों का कहना है कि पायलट को विधायकों से मेलमिलाप बढ़ाने के निर्देश मिले हैं. गहलोत के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार सचिन पायलट को ही माना जा रहा है. वे इस पद को पाने के लिए दो साल पहले पार्टी से बगावत भी कर चुके हैं जिसके चलते उन्हें पीसीसी अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री पद भी खोना पड़ा था.

ये भी पढ़ें : Maharajganj Mahotsav: देश के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास का महराजगंज से पुराना याराना, इस 5 साल के बच्चे के फैन हैं कुमार विश्वास

हालांकि राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के समझाने के बाद वे पुनः पार्टी में लौट आये थे वे तब से उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने का इंतजार कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017-18 में सचिन पायलट ने मृत अवस्था में पड़ी कांग्रेस को फिर से जीवित किया था. तथा उनके अथक प्रयास व मेहनत की वजह से ही कांग्रेस 2018 में सत्ता में आई लेकिन उस समय अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया गया.

ये भी पढ़ें : गोरखपुर: इस्लामियां कॉलेज ऑफ कॉमर्स की निर्माणाधीन छत गिरने से दो मजदूर दबे, उन्हें रेस्क्यू कर निकाला गया बाहर- तस्वीरें भयावह

उस समय पायलट का हक छीना गया जिसके चलते उनके समर्थकों में भारी रोष व्याप्त हो गया. बगावत के दौरान राहुल व प्रियंका ने पायलट को उनका हक दिलाने की बात कह कर राजी किया था. अब समय आ गया है राहुल गांधी व प्रियंका गांधी अपने वादे को निभाएं और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाये. वैसे भी पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग तेजी से उठ रही है. पिछले दिनों पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और इंद्राज गुर्जर ने उन्हें सीएम बनाने की खुलकर पैरवी की.

ये भी पढ़ें : Maharajganj: पुलिस ने मृत नवजात शिशु और मृत माँ को दिलाई न्याय, आशा की दलाली ने लील ली थी जच्चा और बच्चा की जान

इससे पहले बसेडर से कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग करते हुए कहा था कि सीएम अशोक गहलोत को यह समझना चाहिए कि उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है अब युवाओं को मौका दिया जाए. वहीं सचिन पायलट के नाम पर बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए गहलोत के खास माने जाने वाले मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी यह बयान दे चुके हैं कि पायलट को मुख्यमंत्री बनाते हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं. आलाकमान जो निर्णय लेगा वह सबको मान्य होगा. कुल मिलाकर पायलट के नाम पर गहलोत के अलावा किसी और को कोई एतराज नहीं. अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री पद के लिए पायलट की किस्मत जोर मारती है या फिर किसी और कि किस्मत में लिखा है यह पद.

You missed

error: Content is protected !!